होंठ पे लिए हुए.... दिल की बात हम
जागते रहेंगे और... कितनी रात हम
मुख़्तसर सी बात है... तुमसे प्यार है...
तुम्हारा.... इंतज़ार है....
तुम..... पुकार लो....
दिल बहेल तो जाएगा.... इस ख़याल से....
हाल मिल गया तुम्हारा.... अपने हाल से....
रात बेकरार थी...बेकरार है....
तुम्हारा.... इंतज़ार है....
तुम..... पुकार लो....
Wednesday, February 03, 2010
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2 comments:
Mukhtasar nahi ye ek see hee baat hai tumhara intezaar hai
Apne hothon per sajana chahta hu
Aa tujhe main gungunana chahta hu
Koi aanso tere daaman per gira kar boond ko moti banana chahta hu.
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