Wednesday, September 28, 2011

Tu jaane na.....

कैसे बताये क्यूँ तुझको चाहे... यारा बता ना पाये
बातें दिलों की देखो जो बाकी... आँखें तुझे समझाये 
तू जाने ना....

मिलके भी हम ना मिले तुमसे ना जाने क्यूँ
मिलों के है फासले तुमसे ना जाने क्यूँ
अनजाने है सिलसिले तुमसे ना जाने क्यूँ..
सपने है पलकों तले तुमसे ना जाने क्यूँ...

ख़यालों  में लाखों बातें यूं तो  कह गया... बोला कुछ ना तेरे सामने
हुए ना बेगाने भी तुम होके और के .... देखो तुम ना मेरे ही बने...
अफ़सोस होता है... दिल भी ये रोता है.... सपने संजोता है...पगला हुआ.... 
सोचे ये.... हम थे मिले.... तुमसे ना जाने क्यूँ...
मिलों के हैं फासले ...तुमसे ना जाने क्यूँ....

It is such a pity in life when you can't tell the one person you miss the most ... how much you miss him...